नासा  का रोबोट, मिट्टी भी निकालेगा   नासा चांद के दक्षिण ध्रुव में रोबोटिक रोवर भेजने जा रहा है। 

इसके जरिए वह चांद की सतह के नीचे जमी पानी की बर्फ और अन्य संसाधनों का पता लगाएगा। 'मोबाइल रोबोट वाइपर रोवर' 2023 में चंद्रमा पर जाएगा और 100 दिनों तक चंद्रमा की सतह को खंगालेगा। नासा आर्टिमिस प्रोग्राम के तहत 2024 में पहली महिला और एक पुरुष को चंद्रमा पर भेजेगा। 

इसके पहले वाइपर रोवर के जरिए वह कई तरह के परीक्षण करेगा।  5 फीट लंबा, 8 फीट ऊंचा रोवर 3189 करोड़ में बना  रोवर का आकार गोल्फ कार्ट जैसा है। इसकी लंबाई-चौड़ाई 5 फीट और ऊंचाई 8 फीट है। वजन 450 किग्रा है। इसमें एक ड्रिल मशीन भी है जो सतह से मिट्टी को निकालेगी। इसकी कीमत 3189. 82 करोड़ रुपए है। नासा के पास अभी चंद्रमा की सतह के बारे कोई ऐसा डेटा नहीं है जिससे पता चले कि इस क्षेत्र में पानी कितना है या फिर है भी के नहीं।

Source:- Danik Bhaskar