पहला इंप्रेशन बहुत मायने रखता है। जब आप नए लोगों से मिलते हैं तो उनके सामने खुद को कैसे प्रेजेंट करते हैं यह बहुत महत्वपूर्ण है। यह बात तो हुई पहले प्रभाव की, लेकिन दूसरी बार पड़ने वाले प्रभाव का क्या? क्या एक बार परिचित होने पर इसमें कुछ सुधार किया जा सकता है? आपने कई लोगों को देखा होगा कि शुरू में उनसे मिलने पर वे थोड़े रूखे या कम मिलनसार से दिखते हैं, लेकिन जब आप उनसे लगातार मिलते हैं तो पाते हैं कि वास्तव में वे एक बेहतरीन इंसान हैं। दरअसल एक शक्ति होती है जिससे वह यह जान लेता है कि है। लोग हमारे बारे में क्या प्रतिक्रिया करते हैं। विभिन्न शोधों से यह पता चलता है कि यदि हममें लोगों को सकारात्मक व्यक्तित्व वाले लक्षण- जैसे कि मदद करना, ईमानदारी आदि दिखती हैं, तो वे हमें पसंद करते हैं, लेकिन यदि स्वभाव में अकड़ दिखाई पड़ती है तो वे हमें खराब इंसान मानने लगते हैं।
दरअसल हमारा अचेतन मस्तिष्क सूचनाओं को प्रोसेस करने में जहां अविश्वसनीय रूप से तेज है वहीं कुछ मामलों में यह बिल्कुल सुस्त हो जाता है। हम भौतिक अवस्थाओं और मानसिक अवस्थाओं के बीच संबंध बनाते बार परिचित हो जाने के बाद फर्स्ट इंप्रेशन में हैं। यदि कोई व्यक्ति हमें मिलने पर गर्म चाय सुधार किया जा सकता है। अचेतन मन में वह या कॉफी ऑफर करता है तो हम उसके प्रति अधिक गर्मजोशी महसूस करते हैं। यदि आप हमारे बारे में सामने खड़ा व्यक्ति क्या सोचता लीडर बनना चाहते हैं तो अचेतन मस्तिष्क के काम करने के तरीकों को अच्छी तरह से समझें। लोग मिलने पर हमें किस तरह लेते हैं या फिर हमारे बारे में कैसी प्रतिक्रिया करते हैं इस पर अचेतन मस्तिष्क की शक्ति बहुत अधिक काम करती है। यह आपके चेतन मन से तेज है। यदि आप इसके साथ उलझते हैं तो निश्चित रूप से आप असफलता की ओर बढ़ रहे हैं। इसके बजाय अभ्यास, मेंटल इमेज बिल्डिंग और सावधानीपूर्वक इस पर महारत हासिल करना सीखें।
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