उम्र के साथ याददाश्त कमजोर होना सामान्य है,  लेकिन दैनिक जीवन के व्यवहार जैसे ड्राइविंग के समय जल्दी-जल्दी बेक लगाना, रास्ते भूलना, पासवर्ड भूल जाना और सामान्य कैलकुलेशन में भी ज्यादा समय लगना डिमेंशिया के संकेत हो सकते हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनिया भर में हर साल एक करोड़ लोग इसके शिकार हो रहे हैं। कुल 5.5 करोड़ लोग इससे पीड़ित हैं। डिमेंशिया मस्तिष्क को प्रभावित करने वाली एक दशा है। अल्जाइमर इसका प्रमुख रूप है। शुरुआत में मस्तिष्क की सामंजस्य बैठाने की क्षमता घटती है। अंत में याददाश्त खत्म हो जाती है। 

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 ड्राइविंग में बेवजह ब्रेक लगाना

  अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ द्वारा वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में डिमेंशिया पीड़ितों पर एक शोध किया गया। इसके लिए उनकी कार में जीपीएस लगाया गया। 88% मामलों में पाया गया कि पीड़ित जल्दी-जल्दी ब्रेक लगाते हैं। अचानक से गाड़ी की स्पीड बढ़ाने लगते हैं, गलत तरीके से गाड़ी इधर-उधर मोड़ने लगते हैं। उन्हें वाहन चलाते समय जाने-पहचाने रास्तों को भी खोजने में दिक्कत होती है।

  पासवर्ड बार-बार भूलना 

 जॉन हॉपकिन्स इंस्टीट्यूट के अनुसार- जल्दी-जल्दी पासवर्ड भूलना भी इसका एक संकेत हो सकता है। ऐसे लोग बार- बार गलत पासवर्ड डालकर मोबाइल लॉक कर लेते हैं। कार्ड से भुगतान में गलतियां में:  अमेरिका की ही यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो के स्कूल ऑफ पब्लिक  हेल्थ के अर्थशास्त्री लॉरेन निकोलस के अनुसार क्रेडिट कार्ड या ऑनलाइन पेमेंट के भुगतान में होने वाली  गड़बड़ियां भी इसके संकेत हो सकते हैं। शोध में पाया गया कि इससे पीड़ित  व्यक्ति बार-बार इसके पेमेंट भूलने लगता है। अधिक या कम पेमेंट करने की शिकायत भी आती है। पेमेंट से जुड़ी गलतियां अक्सर करता है।  

मिनी कॉग टेस्ट  

अल्जाइमर एसोसिएशन के अनुसार डिमेशिया की पहचान के सबसे आसान तरीकों में मिनीकॉग टेस्ट है। इसके लिए एक्सपर्ट दो सवाल मरीज, से पूछते हैं। 

 1) तीन चीजों के नाम याद कीजिए। कुछ मिनट के बाद उन तीनों नामों को एक पन्ने पर लिखिए।  

2) घड़ी बनाइए। अन्न सभी 12 नंबर सही स्थानों पर लिखिए। इसके बाद डॉक्टर द्वारा बताए गए समय को दर्शाने के लिए घड़ी की सुइयों को मिलाइए।